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दिल, दोस्ती- दुश्मनी, और हसी से लबालब 'सोनू के टीटू की स्वीटी' (स्टार 3 /5 )

   प्यार का पंचनामा और इसी फिल्म का पार्ट २ के बाद लव रंजन इस बार ला रहे हैं दोस्ती, दोस्त  और प्यार के मिश्रण की कहानी  फिल्म 'सोनू के टीटू की स्वीटी' फिल्म रिलीज़ हो गई आईये जानते है इस फिल्म के बारे में और भी। 

फिल्म     : सोनू के टीटू की स्वीटी
श्रेणी        : कॉमेडी ड्रामा
निर्देशक   : लव रंजन
निर्माता    : भूषण कुमार, किशन कुमार, लव रंजन
कास्ट      : कार्तिक आर्यन, सनी सिंह, नुसरत भरूचा, आलोक नाथ
संगीत     : रौनक कोहली, योयो हनी सिंह
 रेटिंग     : 3/ 5
समीक्षक  : पुष्कर ओझा 
 
 
    कहानी की बात करते हैं फिल्म की कहानी टीटू (सनी सिंह) से आरभ  होती है। टीटू को  हर बार प्यार धोखा मिलता है। पर उसका दोस्त सोनू (कार्तिक आर्यन) उसे हर बार सहारा ही नहीं  बल्कि  लड़की के चंगुल से बचाता है। चलिए यहाँ तक तो ठीक पर एक दिन टीटू शादी करने का फैसला करता है। और एक दिन परिवार वाले उसे लड़की देखने ले जाते  यहाँ एंट्री हुई  स्वीटी (नुसरत भरूचा) की । टीटू और पूरी फैमिली को स्वीटी शादी के लिए एकदम परफेक्ट लगती है। उसमें वह सारे गुण है जो एक  बहू में होने चाहिए । लेकिन सोनू को यह बात हजम नहीं होती  उसे लगता है कि स्वीटी एक परफेक्ट लड़की, अच्छी बहू, बेटी कैसे हो सकती है? अब कहानी में ट्विस्ट आता है, वह क्या आप सिनेमा गृह में जा कर देखे तो आपको आनंद जरूर आयेंगा 
 
    निर्देशन की बात करते हैं  फिल्म का डायरेक्शन अच्छा कह सकते है पर बेहतरीन नहीं । फिल्म के डायलॉग्स अच्छे है कई बार हसी भी आती हैं । लोकेशन की बात करे तो वह भी काफी खूबसूरत हैं लव रंजन ने कास्ट भी परफेक्ट की हैं,लव रंजन ने क्लाइमेक्स को प्रस्तुत करने में फ़ैल नज़र आये वह फिल्म का एन्ड नहीं भाया, उस पर थोड़ा वर्क किया होता तो शायद फिल्म और अच्छी लगती 
 
अभिनय की बात करते हैं कार्तिक आर्यन, सन्नी सिंह और नुसरत भरूचा अपने किरदार को जिया और बखूबी परदे पर ले आये है। वाकय इनकी तारीफ करनी होंगी | बाबूजी यानि अलोक नाथ एक नए अंदाज में नज़र आए साथ ही वीरेंद्र सक्सेनाने भी बेहतरीन अभिनय किया है | 
 
 
संगीत की बात करे संगीत काफी अच्छा है, कुछ गाने तो पहले ही हिट हो चुके हैं | 
 
कमजोर कड़ी की बात करे तो कई बात कहानी स्पष्ट नहीं हो पाती, यहाँ तक आखिर के सीन तो काफी कमजोर लगा उस पर ध्यान क्यों नहीं दिआ होता तो फिल्म और अच्छी होती |